Home छत्तीसगढ़ ‘कृष्ण कुंज’ से सांस्कृतिक विरासत सहेज रही छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार

‘कृष्ण कुंज’ से सांस्कृतिक विरासत सहेज रही छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार

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कोरिया :  सांस्कृतिक विरासत को सहेजने छतीसगढ़ की भूपेश सरकार ने भावी पीढ़ी को पर्यावरणीय मूल्यों से परिचित कराने एक सराहनीय पहल की है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में कृष्ण कुंज का लोकार्पण किया गया। इनमें से चार कृष्ण कुंज नवीन जिले मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के नगरीय निकाय क्षेत्र मनेन्द्रगढ़ नगरपालिका तथा नई लेदरी झगराखांड और खोंगापानी नगर पंचायत में विकसित किये जा रहे है।

यहां सांस्कृतिक एवं जीवनोपयोगी पौधों का रोपण किया गया है। नगरीय क्षेत्रों में पेड़ पौधों की कमी को देखते हुए पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण पौधे रोपित किये गए हैं। कृष्ण कुंज में उन्नीस प्रकार के पौधे रोपित किये गए हैं, जिनमें आम, बरगद, पीपल, चंदन, नीम, आंवला, जामुन आदि पौधे भी शामिल है। वन विभाग के वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा शहरी क्षेत्रों में हरियाली लाने का प्रयास किया गया है। साथ ही ये आक्सीजन देने का काम भी करेंगे।

एक एकड़ जमीन में एक ही जगह पर मिश्रित पौधे रोपने से कीट प्रकोप नहीं लगते है। शासन की इस योजना से अतिक्रमण का शिकार हो रही सरकारी जमीन भी सुरक्षित हो गई है। कृष्ण कुंज में लोगों के टहलने के लिए फुटवे भी बनाया गया है, वही बैठने के लिये भी व्यवस्था की गई है। साथ ही यहां आने वाले बच्चों के खेलने के लिए झूला फिसलपट्टी भी लगाई गई है । पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों और आमजनों ने शासन की इस योजना को एक अच्छा प्रयास बताया है।