सुकमा : स्वास्थ के क्षेत्र में सुकमा ज़िले की पहचान कभी पिछड़ेपन और ज़िले की बिगड़ी हुई स्वास्थ व्यवस्था को लेकर हुआ करती थी पर अब सुकमा ज़िला बदल चुका है, ज़िले भर स्वास्थ अमला जंगल नदी नालों को पार कर लोगों तक बेहतर चिकित्सीय सेवाएँ पहुँचा रहा है, तो वहीं शासन की मंशानुसार सुकमा कलेक्टर हरिस एस। के प्रयासों से ज़िला अस्पताल में अब सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की तरह डायलिसिस से लेकर अन्य बेहतर सुविधाएँ भी लोगों को सुकमा में ही मिलने लगी है।
दरअसल सुकमा की पहचान बिगड़े हालात और लचर स्वास्थ सुविधाओं के लिए होती आई है। ज़िले में हर दर्जनों लोग स्वास्थ सुविधा नहीं मिल पाने की वजह से दम तोड़ दिया करते थे। समय के साथ सुकमा में प्रशासनिक अमले स्वास्थ सुविधाओं का विस्तार किया। अंदरूनी इलाक़ों में कलेक्टर हरिस एस। के निर्देश पर विभिन्न अभियानों के माध्यम से स्वास्थ अमला ग्रामीण इलाक़ों तक पहुँचने लगी है। इसके लिए स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों को किसी युद्ध की तरह ही उन इलाक़ों तक पहुँचना पड़ा है। दरअसल सुकमा के पहुँच विहीन इलाक़ों तक पहुँचने कई बार स्वास्थ अमले को जंगल नदी पहाड़ों से होकर गुजरना पड़ा, तब जाकर ज़िले के अंदरूनी इलाक़ों तक स्वास्थ पहुँच पाई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुसार सुकमा ज़िले के चिंतलनार चिंतागुफा कांकेरलंका भेज्जी किस्टाराम गोलापल्ली में नया स्वास्थ केंद्र का निर्माण कराया, जहां इन इलाक़ों को बेस बना अंदरूनी इलाक़ों तक स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों की टीम बना अलग-अलग इलाक़ों तक भेजा जाने लगा, जिसके बाद से इलाक़े के लोगों तक अब सीधा स्वास्थ सुविधा मिलना सम्भव हुआ है। लोगों का शासन के प्रति विश्वास भी बढ़ा है।
यही नहीं, दोरनापाल में नए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण के बाद से लोगों को यहाँ हर वो सुविधाएँ मिलने लगी है जिसके लिए लोगों को लम्बी दूरी तय कर शहरों की जाना पड़ता था। इसके साथ सुकमा ज़िला अस्पताल की पहचान अब किसी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के रूप में होने लगी है। दरअसल प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ सुविधाओं को बेहतर करने कई निर्देश अधिकारियों को दी जाती रही है जिसके बाद सुकमा कलेक्टर हरिस एस। के प्रयासों से सुकमा ज़िला अस्पताल में अब डायलिसिस की सुविधा भी लोगों को मिलने लगी है। यही ज़िला अस्पताल में स्वास्थ सुविधाओं विस्तार हुआ तो लोग अब शहर व बाहर जाना छोड़ सुकमा ज़िला अस्पताल में ही अपना इलाज कराना पसंद कर रहे हैं। जिसके लिए सुबह से ही लोगों की क़तारें ज़िला अस्पताल में देखने को मिल रही है।
वहीं अस्पतालों तक बेहतर स्वास्थ सुविधाएँ उपलब्ध कराने के साथ ही समय समय पर स्वास्थ विभाग द्वारा मेडिकल कैम्प लगाया जा रहा है जहां लोगों की जाँच व उन्हें दवाइयाँ वितरित की जा रही है शासन के प्रयासों से अब लोगों तक बेहतर स्वास्थ सुविधा पहुँचने लोगों का विश्वास भी शासन प्रशासन पर बढ़ने लगा है।