रायपुर : प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, वैसे ही सरकारी कर्मचारियों का आंदोलन शुरू हो जाता है। एक तार जहां संविदा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आज से आंदोलन किस हुरुआत करने वाले हैं। वहीं अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर हड़ताल पर है। अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए प्रदर्शन कर रहे स्कूल सफाई कर्मचारी आज सीएम हाउस का घेराव करेंगे। प्रदेश स्तरीय छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के अनुसार यदि उनकी मांग पूरी नहीं होती तो वे 27-28 सितंबर को पूरे जिलों में एकत्रित होकर आगे आंदोलन को तेज करेंगे।
प्रदेश स्तरीय छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के अनुसार 2 अक्टूबर को वादा खिलाफी के विरोध में संकल्प लेंगे और आंदोलन तेज करेंगे। छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में 12 वर्षों से 43301 स्कूल सफाई कर्मचारी कार्यरत स्कूलों में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 तक केवल 2 घंटे काम लिया जाता है । दोपहर 12 के बाद खाली रहते हैं। हमें और कोई दूसरा काम नहीं मिलने के कारण एक दिन की मजदूरी दर से वंचित रह जाते हैं, काम के एवज में 2100 से 2400 रुपए प्रतिमाह मानदेय भुगतान किया जाता है। जो की इस महंगाई भरे दौर में इतने कम रुपए में अपने परिवार का भरण पोषण नहीं कर पाते हैं। कर्ज के सहारे जीवन व्यतीत करने को मजबूर रहते हैं।
बता दें कि, 2018 की विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस पार्टी के द्वारा संघ की मांग पूर्ण कालीन कलेक्टर पर मानदेय भुगतान करते हुए नियमितीकरण करने का वादा, लिखित और मौखिक रूप से किया गया था। लेकिन आज सरकार को 5 वर्ष पूरे होने जा रहे है। लेकिन आज तक मांगे पूरी नहीं होने पर कर्मचारी संघ शासन प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है। कर्मचारी संघ अपनी मांगों को लेकर 23 सितंबर को तूता धरना स्थल नया रायपुर में एकत्रित होकर मुख्यमंत्री निवास घेराव करेंगे। तथा 27, 28 सितंबर से प्रदेश भर के स्कूल सफाई कर्मचारी संकल्प यात्रा करते हुए 2 अक्टूबर को राजधानी पहुंचकर वादा खिलाफी के खिलाफ में संकल्प लेंगे।