रायपुर : छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव कवर्धा के लोहारीडी कांड में जेल बंद लोगों से मुलाकात। इस दौरान सिंहदेव ने कहा कि 7 बंदियों से चर्चा हुई। इनमें से 5 लोग ऐसे हैं, जो घटना के वक्त गांव में ही नहीं थे। उनको भी जेल में डाल दिया गया है। वह MP-CG बॉर्डर पर जो लटकी लाश मिली थी, उसकी रखवाली कर रहे थे।
सिंहदेव ने कहा कि यह 5 लोग लाश के साथ थे। पोस्टमॉर्टम के लिए मध्य प्रदेश में रुके थे। रात वहीं गुजारी है, जब वह मौके पर थे ही नहीं तो उन पर यह कार्रवाई कैसे की गई। इससे यही लग रहा है कि यह तमाम लोग उस वक्त मौके पर मौजूद नहीं थे। संतुष्टि तब होगी जब न्याय मिलेगा।
इसके साथ ही सिंहदेव ने बताया कि बंदियों से बातचीत में पता चला कि MP-CG बॉर्डर पर जो लटकी लाश मिली थी, उस बॉडी पर चोट के निशान थे। गमछे पर खून के धब्बे भी थे। इसे लेकर कई तरह की आशंकाएं जताई जा रही है। इससे पहले मंगलवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कवर्धा जिला जेल पहुंचे थे। जहां जेल में विचाराधीन 34 कैदियों से मुलाकात की।
कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी
कांग्रेस के नेता कवर्धा कांड को लेकर लगातार सरकार को घेरते नजर आ रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत, भूपेश बघेल समेत लगातार बड़े नेताओं ने घटना के बाद वहां का दौरा कर रहे हैं। पीड़ित परिवार से भी मुलाकात कर रहे हैं। विपक्ष में आने के बाद से लगातार कांग्रेस पार्टी कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर सवाल खड़े कर रही है।
भूपेश ने कहा था- प्रशांत साहू की पुलिस कस्टडी में हुई मौत
भूपेश बघेल ने कहा कि, इस गांव में पहले 4 दिन में 2 हत्याएं हुईं। फिर पुलिस कस्टडी में प्रशांत साहू की मौत हुई है। उसके शरीर पर बहुत चोट के निशान हैं। बहुत मारा है, पैर में, कमर में पीठ पर, हाथ में, सब जगह चोट के निशान हैं। उसकी काफी दर्दनाक मौत हुई है।
उसको कितनी बेरहमी से पुलिसवालों ने मारा है, उसके निशान बता रहे हैं। अभी सुनने में आया है कि और लोग भी जो जेल में बंद हैं, उनकी हालत भी बहुत खराब है। कई लोग चल नहीं पा रहे हैं, खा नहीं पा रहे हैं। उसका भाई अपना निशान दिखा रहा था। उसकी मां भी चल नहीं पा रही है।