कश्मीर में हुए पहलगाम हमले का भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है. भारत ने पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में एयर स्ट्राइक करते हुए आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया है. इस ऑपरेशन को भारतीय वायु सेना, भारतीय सेना और भारतीय नौसेना तीनों ने मिलकर अंजाम दिया. इस स्ट्राइक के लिए एयर-टू-सरफेस मिसाइल का इस्तेमाल किया गया और आतंकियों को ठिकानों को ध्वस्त किया गया है. भारतीय सेना की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस में हमले के बारे में ब्रीफ किया गया है. कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग में एयरस्ट्राइक के बारे डिटेल में बताया है.
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ब्रीफ करने वाली सोफिया कुरैश ने मार्च 2016 में, तत्कालीन लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी ने बहुराष्ट्रीय अभ्यास में सेना की टुकड़ी का नेतृत्व किया, जिसमें 18 देशों ने भाग लिया था. यह अभ्यास पुणे में हुआ था और इसमें चीन, जापान, रूस, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसे शक्तिशाली देश शामिल थे. लेफ्टिनेंट कर्नल कुरैशी एकमात्र महिला अधिकारी थीं, जिन्होंने इस अभ्यास में किसी दल का नेतृत्व किया. वे शांति स्थापना अभियानों में भी सक्रिय रही हैं. 2006 में, उन्होंने कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में काम किया और 2010 से शांति ऑपरेशंस में जुड़ी रही हैं.
सोफिया कुरैशी के दादा भी आर्मी में थे
गुजरात की रहने वालो सोफिया बायोकेमिस्ट्री से पोस्ट ग्रेजुएट हैं. वर्तमान में देश की सेवा कर रही सोफिया भारतीय सेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन के अंतर्गत 1999 में शामिल हुईं थीं. उस दौरान उनकी उम्र महज 17 साल की थी. सोफिया सेना के सिग्नल कॉप्स में भी ऑफिसर रही थीं. आपको बता दें कि वे आर्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक रखती हैं, उनके दादा भी सेना में थे. उनके पति मेकेनाइज्ड इन्फेंट्री में आर्मी ऑफिसर हैं.
देर रात भारत ने पाकिस्तान के आंतकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक से किया हमला
भारत ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए मंगलवार देर रात डेढ़ बजे 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की. इस हमले को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम दिया गया है. ये तीनों सेनाओं का जॉइंट ऑपरेशन था. भारत की पराक्रमी सेनाओं ने पाकिस्तान के 4 और पीओके के 5 ठिकानों को टारगेट किया है. भारतीय खुफिया एजेंसी RAW ने सभी टारगेट की पहचान की थी, जिसके बाद पूरी प्लानिंग के साथ लश्कर और जैश के ठिकानों पर हमला किया गया.