रायगढ़ : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में निगम के जेल कॉम्पलेक्स की दुकानें जर्जर हो चुकी है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। दुकानों की छतों से सीमेंट का प्लास्टर गिर रहा है। कई बार व्यवसायियों ने निगम को इसकी जानकारी भी दी, लेकिन अब तक जर्जर बिल्डिंग की हालत नहीं सुधरी है। दरअसल, साल 2005-06 में निगम ने मुख्यमंत्री स्वलंबन योजना के तहत जेल कॉम्पलेक्स की करीब 150 दुकानों का निर्माण कराया था। जिसमें से अधिकतर दुकानों में लोग व्यवसाय करते हैं, लेकिन बिल्डिंग की हालत देखकर हर पल उन्हें डर सता रहा है।
बताया जा रहा है कि, दुकानों की छतों से सीमेंट का प्लास्टर धीरे-धीरे गिर रहा है। इससे कई बार लोग बच भी चुके हैं। पिछले लंबे समय से निगम ने कभी मेंटनेंस नहीं कराया। अब लगभग सभी दुकानें जर्जर हो चुकी है और कभी भी यह बिल्डिंग गिर सकती है। व्यवसायियों ने बताया कि, पहली मंजिल में कई दुकानें हैं। जब भी कोई ऊपर की दुकानों में जाता है, उसे चलने में भी डर लगता है। भगत सिंह पुल की ओर जाने वाले रास्ते की तरफ की दुकानों की हालत ज्यादा खराब है। कुछ व्यवसायी तो डर के कारण दुकानों को बंद रखे हैं।
व्यवसायी राजू देवांगन ने बताया कि, बिल्डिंग की हालत काफी खराब है। कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। जब आंधी तूफान चलता है, तो ज्यादा डर लगा होता है। कई बार इसके लिए व्यवसायियों ने निगम अधिकारियों को आवेदन दिया है, लेकिन अब तक कुछ नहीं हो सका है। सामान खरीदने आए ग्राहक ईश्वर ने बताया कि, जेल परिसर की ये कॉम्पलेक्स है। इसका पूरा बिल्डिंग बहुत जर्जर है। छतों का छड़ भी नजर आ रहा है। आने वाले समय में बारिश है। ऐसे में कुछ भी घटना हो सकती है। इस मामले में नगर निगम आयुक्त ब्रिजेश सिंह क्षत्रिय ने बताया कि, इस बिल्डिंग के लिए नगरीय प्रशासन को पत्र लिखा गया है। बिल्डिंग को डिस्मेंटल किया जाना है। उसके बाद इसे तोड़कर दुकानों का गेट पीछे की ओर किया जाना है। फिलहाल शासन के निर्देश के बाद ही आगे की प्रक्रिया होगी।