Home देश हनुमान बेनीवाल का विवादित बयान से राजस्थान की सियासत में हलचल

हनुमान बेनीवाल का विवादित बयान से राजस्थान की सियासत में हलचल

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अपने विवादित बयानों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले राजस्थान की नागौर सीट से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) सांसद हनुमान बेनीवाल का एक और विवादित बयान सामने आया है. हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि राजस्थान के लोगों को ‘वीरों की भूमि’ कहा जाता है, जो कि पूरी तरह गलत है. उन्होंने दावा किया कि राजस्थान के लोगों का देश की आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं है.

हनुमान बेनीवाल का कहना है, “भगत सिंह जैसा एक भी क्रांतिकारी राजस्थान की धरती से नहीं निकला. राजस्थान के राजा तो अपनी कुर्सी बचाने के लिए मुगलों को अपनी बेटियां तक दे देते थे. मुगल राजस्थान के राजाओं की बेटियां ले जाते थे. यहां पर तमाम राजाओं ने मुगलों से वैवाहिक रिश्ते कायम किए थे.”

‘राजस्थान में लड़ाई का कोई इतिहास नहीं’
सांसद हनुमान बेनीवाल ने जयपुर शहर में एक कार्यक्रम में कहा है, “महाराणा प्रताप और सूरजमल जैसे दो-तीन लोगों को छोड़ दिया जाए तो राजस्थान के लोगों ने कभी देश के लिए कोई लड़ाई नहीं लड़ी. राजस्थान में देश की लड़ाई को लेकर कहीं कोई हिस्ट्री भी नहीं है. राजस्थान के लड़ाके अगर देश की आजादी की लड़ाई के लिए सामने आते तो इतिहास में उनका नाम होता. इतिहास में उनका कहीं कोई नाम नहीं है.”

‘आजादी की लड़ाई में राजस्थान का कोई गीत नहीं’
सांसद हनुमान बेनीवाल के मुताबिक, 1857 के गदर से लेकर देश की आजादी के दिन तक राजस्थान के किसी व्यक्ति ने कोई लड़ाई नहीं लड़ी. जितनी लड़ाई पड़ोस के दूसरे राज्यों ने लड़ी, उतनी राजस्थान के लोगों ने कतई नहीं लड़ी. हनुमान बेनीवाल ने कहा कि आजादी की लड़ाई में राजस्थान का कोई गीत नहीं गाया गया. यहां के लोगों का कोई योगदान नहीं रहा. अगर किसी ने यहां की लड़ाई लड़ी हो तो उसका नाम मुझे बताया जाए.

‘राजस्थान के लोग अपना शोषण कराने के आदी’
सांसद हनुमान बेनीवाल यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा, “राजस्थान के लोग मौजूद समय में भी अपना शोषण कराने के आदी हैं. पांच साल कांग्रेस से शोषण कराते हैं फिर अगले पांच साल बीजेपी से. हमारे जैसे संघर्ष करने वाले लोगों को यहां के लोग तवज्जो नहीं देते. मैं दो डिग्री से लेकर 46 डिग्री तक के तापमान में आंदोलन करता रहा हूं. राजस्थान में सब इंस्पेक्टर भर्ती में अन्याय का शिकार हुए युवाओं को भी न्याय दिलाने का काम करूंगा. चाहे यह लड़ाई मेरे और मेरे परिवार की ऊपर ही क्यों ना आ जाए.”

हनुमान बेनीवाल ने यह बयान शनिवार को शहीद स्मारक पर चल रहे धरने में दिया. वह सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के असफल अभ्यर्थियों के धरने में रोज शामिल होते हैं. सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग को लेकर उन्होंने 25 मई को एक रैली आयोजित किए जाने का ऐलान किया है. यह रैली जयपुर शहर में ही होगी और इसमें एक लाख लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है.