रामपुर: रामपुर जिले के मोतीपुरा गांव के किसान गेनिराम पिछले करीब दस सालों से लगातार हरी मिर्च की खेती कर रहे हैं. उन्होंने अपनी 3 एकड़ जमीन पर हरी मिर्च की 60/13 वेरायटी लगाई है, जो अच्छी उपज और गुणवत्ता के लिए जानी जाती है. इस बार उन्हें 240 कुंतल मिर्च की उपज मिली है जो उनके लिए अच्छा मुनाफा लेकर आई है.
गेनिराम बताते हैं कि उन्होंने शुरुआत में छोटी मात्रा में मिर्च की खेती की थी, लेकिन धीरे-धीरे जब इसका लाभ दिखने लगा तो उन्होंने इसे बड़े स्तर पर करना शुरू किया. आज उनकी मिर्च दिल्ली, मुंबई, बरेली और देश के कई बड़े बाजारों तक जाती है. व्यापारी खुद उनके खेत पर आकर मिर्च खरीदकर ले जाते हैं. 60/13 वेरायटी की मिर्च लंबी, चमकदार और तीखी होती है, जिससे बाजार में इसकी मांग बनी रहती है. गेनिराम बताते हैं कि अगर भाव अच्छा मिल जाए, तो एक सीजन में 3 से 4 लाख रुपये तक का मुनाफा हो जाता है.
खेती के बारे में बताते हुए गेनिराम कहते हैं कि मिर्च की खेती बहुत आसानी से की जा सकती है, लेकिन अगर समय पर देखभाल की जाए और सिंचाई का सही इंतजाम हो तो इसका उत्पादन अच्छा मिलता है. किसान बताते हैं कि पहले वे मिर्च के बीज लाते हैं और नर्सरी तैयार करते हैं. इसके बाद खेत की जुताई कर 12 से 13 इंच की दूरी पर मेड बनाकर पौधे लगाए जाते हैं. जब पौधा थोड़ा बड़ा हो जाता है, तो सिंचाई शुरू की जाती है. पौधे लगाने के करीब 60 से 65 दिनों के भीतर मिर्च आना शुरू हो जाती है. जिसे किसान करीब 5 महीने तक बेच सकते हैं. गेनिराम की मेहनत और लगन ने यह साबित कर दिया है कि खेती सिर्फ गुजारे का साधन नहीं बल्कि सही फसल और जानकारी से अच्छी आमदनी का मजबूत जरिया भी बन सकती है.