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कुछ नहीं कर पाएंगे ED वाले…बस पैसे खर्च करो…हम हैं न…ED का इतना खौफ? कार्रवाई से बचने के लिए छत्तीसगढ़ के अफसर लुटा बैठे लाखों रुपए

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रायपुरः  छत्तीसगढ़ में बीते कुछ दिनों से ईडी की ताबड़तोड़ छापेमार कार्रवाई लगातार जारी है। ईडी ने प्रदेश के कई बड़े कारोबारियों और अधिकारियों के ठिकानों पर दबिश दी थी। लेकिन पैसों की घपलेबाजी रोकने के लिए सरकार ने जो विभाग बनाया है उसकी को ठगों ने ठगी का सहारा बना लिया। जी हां पुलिस ने दो ऐसे शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है, जो खुद को ईडी का अधिकारी बताकर ईडी के शिकंजे में फंसे अधिकारियों को कार्रवाई से बचाने का झांसा देकर चूना लगते थे। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को धर दबोचा है और पूछताछ कर रही है।

मिली जानकारी के अनुसार मामला राखी थाना क्षेत्र का है। बताया गया कि पुलिस की टीम ने महाराष्ट्र के अमरावती से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो अफसरों को ईडी की कार्रवाई से बचाने का झांसा देकर चूना लगाते थे। बताया गया कि ठगों ने अब तक प्रदेश के चार अफसरों को 20 लाख रुपए का चूना लगया है। वहीं, अफसरों को जब अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ, तो उन्होंने राखी पुलिस से मामले की शिकायत की।

मामले में खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने रायपुर और दुर्ग जिले में रहने वाले सरकारी अफसरों से 20 लाख से ज्यादा की ठगी की है। आरोपी प्रदेश में बीते डेढ़ साल से सक्रिय थे। आरोपियों ने मार्च में कई विभाग के अफसरों को चूना लगाया है। पुलिस ने बताया कि दोनों ने मिलकर अफसरों को 20 लाख रुपए का चूना लगाया है। बताया गया कि आरोपियों ने केवल छत्तीसगढ़ में ठगी नहीं की है। इन आरोपियों ने मध्यप्रदेश के खरगौन जिले में एक अफसर को अपना निशाना बनाया है। इसे अलावा आरोपियों ने बिहार, झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं दिल्ली सहित देश भर के कई अफसरों से संपर्क किया और इसी पैटर्न से उनके साथ भी ठगी की है।

पुलिस की पूछताछ में आरोपी ऐश्वर्य क्षत्री उर्फ अश्विनी भाटिया बताया कि उसका दूसरा साथी निशांत इंगडे इंटरनेट के माध्यम से शासकीय अधिकारियों का नंबर निकालकर उसे देता था। इसके बाद वो अफसरों को झांसे में लेने के लिए अंग्रेजी भाषा में बात करता था। आरोपी ईडी के अलावा इनकम टैक्स, ईओडब्ल्यू, एसीबी का क्लीयरेंस सर्टिफिकेट दिलाने का दावा करता था। विवेचना अधिकारियों का दावा है कि मामले में ठगी की राशि और पीड़ितों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

आरोपी अश्विनी ने बताया कि हमने ठगी की राशि का इस्तेमाल रौब दिखाने और ऑनलाइन सट्टे में किया। आरोपी ऑनलाइन सट्टे में लाखों रुपए हार चुके हैं। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपियों के पास से चार मोबाइल और सिम कार्ड पुलिसकर्मियों ने बरामद किया है।